Ayodhya News: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त किसने निकाला, पंडित! गंगा किनारे वाला…क्या है काशी कनेक्शन?
नई दिल्ली: अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार नए साल में खत्म हो जाएगा. अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी, जिसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त केवल 84 सेकेंड का होगा, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक होगा. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का यह मुहूर्त पंडित गणेश्वर शास्त्री ने निकाला है. यहां बताना जरूरी है कि राम मंदिर के शिलान्यास का मुहूर्त भी इन्होंने ही निकाला था.
कौन हैं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले शास्त्री?
हिंदी दैनिक अखबार ‘हिंदुस्तान’ में छपी खबर के मुताबिक, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले शास्त्री का पूरा नाम पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ है. यही वह शास्त्री हैं, जिन्होंने राम मंदिर के शिलान्यासा और वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन का मुहूर्त निकाला था. पंडित गणेश्वर शास्त्री काशी में गंगा किनारे रामघाट इलाके में रहते हैं. हालांकि, वह मूलत: दक्षिण भारत स्थित तमिलनाडु के रहने वाले हैं. इनके बड़े विश्वेश्वर शास्त्री प्रकांड पंडित हैं और अधिकतर दोनों भाई मिलकर बड़े मुहूर्त निकालते रहते हैं.
कब है शुभ मुहूर्त
बताया जाता है कि गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ वेदशास्त्र के बड़े विद्वान हैं. इनके परिवार में सभी कर्मकांड के बड़े जानकार हैं. उनके परदादा तमिलनाडु से काशी आए थे और तभी से यह परिवार यहां बस गया. पंडित गणेश्वर शास्त्री की मानें तो 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए केवल 84 सेकेंड का वक्त है. यह शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक होगा. 22 जनवरी 2024 को होने वाले इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे. रामलला के मंदिर में विराजमान होने के बाद पीएम मोदी भगवान की सबसे पहली आरती उतारेंगे. इसके बाद मंदिर परिसर में बनी जटायु की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करेंगे.
कब से शुरू होगी पूजा
अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय की मानें तो राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी से शुरू होगी, जो 22 जनवरी तक चलेगी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी. वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे. राम जन्मभूमि परिसर में राम कथा कुंज कॉरिडोर बनाया जाएगा, भगवान राम के पुत्रष्टि यज्ञ से लेकर राम के राज्याभिषेक तक की घटनाओं को मूर्तियों के माध्यम से मनाने के लिए झांकियां सजाई जाएंगी ताकि युवा अगली पीढ़ी श्री राम के जीवन को करीब से समझ सकें.
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